Detailed Description
इस “कन्ज़ुल ज़ियारह” किताब को इस मौज़ूअ की निहायत मुस्तनद और मोअतमद मशहूर व मारूफ़ किताब "अनवारुल बशाराह","बहारे शरीयत” " तारीख़ मदीना से इस्तिफ़ादा करके मुरत्तब किया है ।इस किताब में तमाम हज-व-उमरा के अरकान-व-मसाइल को बड़े ही इख़तिसार और जामईयत के साथ बयान किया गया है इस किताब की ख़ास ख़ुसूसीयत ये भी है कि इसमें जदीद मसाइल को शामिल किया है साथ ही आदाबे हाज़िरी ,मस्जिदे नबवी ,रौज़ा-ए-अनवर, मसाजिद-व-मुक़ामात की बरकात, फ़ज़ीलत,दुआ को भी बयान किया है और हरमैन तैय्यबैन जाने वालों के लिए हिदायात को भी बयान किया और वहां के ख़तरों से भी अगाह किया है